राजस्थान सरकार के पूर्व केबिनेट मंत्री,भाजपा के वरिष्ठ नेता,जन - जन के लाडले,विकास पुरुष जनाब यूनुस खान के जन्म दिवस पर विशेष

राजस्थान सरकार के पूर्व केबिनेट मंत्री,भाजपा के वरिष्ठ नेता,जन-जन के लाडले,विकास पुरुष जनाब यूनुस खान के जन्म दिवस पर विशेष:-

गांव गनेड़ी का लाल,विकास पुरुष युनुस खान
युनुस खान का जीवन परिचय:-
युनुस खान का जन्म:-युनुस खान का जन्म वीर प्रसूता राजस्थान की पुण्य भूमि के शेखावाटी अंचल के सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ तहसील में सीकर,चूरू और नागौर जिलों के संगम पर स्थित गनेड़ी की पावन धरा पर कायमखानी परिवार में स्व. श्री हाजी ताजू खां व वात्सल्यमयी माता स्व.मुमताज बानो के घर पर एक साधारण किसान परिवार में  1अगस्त 1964 को हुआ। युनुस खान के तीन भाई और दो बहनें है।छोटी सी उम्र में ही युनुस खान के सर से माता का साया उठ गया था।लेकिन उनके पिता ने अपनी संतानों के लालन पालन में कोई कमी नहीं रखी और युनुस खान ने भी अपने भाइयों और बहनों के प्रति अपने कर्तव्य को समझते हुए शुरुआती जीवन से ही संघर्ष शुरू कर दिया था।और अपने माता पिता के सपनों को पुरा करने के लिए  दृढ़ संकल्प के साथ अपने आप को हर दृष्टि से मजबूत कर लिया।
प्रारम्भिक शिक्षा:-
युनुस खान की प्रारम्भिक शिक्षा अपने पैतृक गांव गनेड़ी के रा. उ.प्राथमिक विद्यालय में ही हुई।उसके बाद उत्तर मैट्रिक स्तर की शिक्षा गनेड़ी से मात्र 2 कि.मी.की दूरी पर  स्थित ग्राम भारती विद्यापीठ कोठ्यारी से पूर्ण हुई।
उच्च शिक्षा:-
ग्राम भारती विद्यापीठ कोठ्यारी से उच्च माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के बाद डीडवाना(नागौर) के राजकीय बांगड़ कॉलेज से स्नातक व राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर से स्नातकोत्तर (एम. कॉम.) की शिक्षा प्राप्त की।आप पढ़ाई में बचपन से ही होंशियार व प्रतिभाशाली थे।पढ़ाई के साथ साथ आप घर परिवार के कार्यों में भी बराबर हाथ बंटाते रहे।
गनेड़ी से जयपुर प्रवास:-
प्रारम्भिक शिक्षा व कॉलेज शिक्षा प्राप्त करने के बाद आप उच्च शिक्षा प्राप्त करने के उद्देश्य से जयपुर चले गए और वहां उच्च शिक्षा के बाद आप कई सामाजिक संगठनों से जुड़कर समाज सेवा करने लग गए ।समाज सेवा का भाव आप में बचपन से ही था। बचपन से ही दिन दुखियों के प्रति सेवा भाव,खेल व सहयोग और अपनत्व का भाव आप में पारिवारिक संस्कार के रूप में प्राप्त हुए।जिसको आगे चलकर आपने चरितार्थ किया।
विभिन्न सामाजिक संगठनों में भागीदारी:-
आप उच्च शिक्षा के दौरान ही कई सामाजिक संगठनों से जुड़कर समाज सेवा में जुट गए थे और लंबे समय तक कई सामाजिक संगठनों में कम किया ।आप  ख्वाजा गरीब नवाज छात्रावास एवम् शिक्षा समिति जयपुर के अध्यक्ष रहे।और आजाद हिन्द क्लब, गनेड़ी के संरक्षक रहे और वर्तमान तक आप इस पद पर कार्य कर रहे है।
घर परिवार चलाने के लिए नौकरी के रूप में कैरियर कि शुरुआत:-
आपने विभिन्न सामाजिक संगठनों व सामाजिक संस्थाओं में सेवा देने के साथ साथ आपने घर परिवार चलाने हेतु कैरियर की शुरुआत बीमा क्षेत्र से की।भारतीय जीवन बीमा निगम (एल. अाई.सी.) में कार्य करते हुए आपने निरन्तर ऊंचाइयों को छुआ और आप अल्प समय में भारतीय जीवन बीमा निगम (एल.अाई.सी.) में विकास अधिकारी(डी.ओ.) पद तक पहुंच गए। कई वर्षों तक भारतीय जीवन बीमा निगम में विकास अधिकारी (डी.ओ.) के पद पर जयपुर में सेवा दी।
महान व्यक्तित्व &साधा जीवन उच्च विचारों के धनी:-
सीधी सादी वेशभूषा और रहन सहन के साथ साथ खान पान,मन,वाणी और कर्म से आप एक रूप रहे।विभिन्न सामाजिक संगठनों व सामाजिक संस्थाओं में सेवा देने के साथ साथ आज राजनीति में जिस मुकाम तक आप पहुंचे है वह आपकी सेवा भावना का ही परिणाम है जो आपके रक्त के कण कण में समाई हुई है।चाहे किसी के प्राकृतिक आपदा हो,चाहे व्यक्तिगत या पारिवारिक संकट हो हर समय बे-रोक टोक आपके जयपुर स्थित आवास पर दिन रात हर आगत और अभावग्रस्त का स्वागत सत्कार होने के साथ साथ सहयोग होता है।आपके जयपुर स्थित आवास पर जाने वाले गनेड़ी ग्रामवासियों सहित राजस्थान के कोने कोने से आने वाले सभी लोगों से सुनने को मिलता है कि आप जितना अपनत्व और सेवा भाव शायद ही किसी में मिले।इन्हीं मानवीय गुणों के कारण आपने जीवन में इतनी ख्याति व सफलता अर्जित की है।जिसके चलते आज राजस्थान का कोना कोना आपके व्यक्तित्व से परिचित है।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत:-
आपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत  अपने राजनीतिक गुरु और राजस्थान के तीन बार मुख्यमंत्री और भारत के उपराष्ट्रपति रहे परम् आदरणीय स्व. श्री भैरूं सिंह जी शेखावत  की प्रेरणा से जयपुर शहर में भाजपा की प्रदेश इकाई में कार्य समिति के सदस्य के रूप में की। बाद में आप आगे चलकर भाजपा युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य भी रहे।
राजनीति में प्रवेश के बाद पहला चुनाव:-
राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने के बाद अपने राजनीतिक गुरु स्व.श्री भैरूं सिंह जी शेखावत की प्रेरणा और प्रोत्साहन से डीडवाना (नागौर) से सन 1998 में विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन आपको अपने राजनीतिक जीवन के पहले चुनाव में ही पराजय का सामना करना पड़ा और आप कोंग्रेस के कद्दावर नेता रूपाराम डूडी से चुनाव हार गए।आपने चुनाव भले ही हारा लेकिन हिम्मत नहीं हारी।आप लगातार डिडवाना की जनता की सेवा में निरन्तर जुटे रहे और हर दुख सुख में आम जनता के बीच लगातार बने रहे।साथ में पार्टी में निरन्तर सक्रिय रहे इसी का परिणाम यह हुआ कि भाजपा पार्टी आलाकमान ने 5 साल बाद आप पर भरोसा जताते हुए एक बार पुनः 2003 के विधानसभा चुनावों में डीडवाना विधानसभा क्षेत्र से आपको भाजपा का टिकट थमा दिया।इस बार भी कोंग्रेस के कद्दावर नेता रूपाराम डूडी और आपके बीच मुकाबला कड़ा था लेकिन आपकी मेहनत और निरन्तर क्षेत्र के लोगों की सेवा की बदौलत आपने यह चुनाव बड़े अंतर से जीत लिया और आप पहली बार डीडवाना विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनकर राजस्थान की विधानसभ पंचुकर विधायक पद को अलंकृत किया।
प्रथम बार विधायक बनने के साथ ही केबिनेट मंत्री बनना:-
आप 2003 के राजास्थन  विधानसभा के चुनावों में डीडवाना विधानसभा क्षेत्र  से विधायक बनने के साथ ही राजस्थान की तत्कालीन मुख्यमंत्री बनी श्री मति वसुंधरा राजे सिंधिया ने आपको भाजपा सरकार के अपने मंत्रिमंडल में केबिनेट मंत्री बनाते हुए तीन महत्वपूर्ण विभाग खेल एवम् युवा मामलात,परिवहन व वक्फ और अल्पसंख्यक विभाग  सौंपकर आपकी काबलियत और योग्यता पर मुहर लगा दी।
ज्यों ही आपके राजस्थान सरकार में केबिनेट  मंत्री बनने की खबर ग्रामवासियों को मिली तो गांव का हर कोई बच्चा,युवा,बड़ा,बुजुर्ग,महिलाएं खुशी से फुला नहीं समा रही थी चारों और आतिशबाजी हो रही थी मिठाईयां बंट रही थी,सभी ग्रामवासी एक दूसरे को बधाई दे रहे थे क्योंकि गनेड़ी वासियों को आपको इतने ऊंचे राजनीतिक नेता व राजस्थान सरकार में केबिनेट मंत्री के रूप में देखकर नाज हो रहा था और हर कोई अपने आप में गौरवान्वित महसूस हो रहा था।पुरे गनेड़ी गांव सहित आस पास के सैकड़ों गांवों और ढाणियों का जनमानस अत्यन्त उल्लासित हो रहा था क्योंकि आपने राजस्थान की राजनीति में अपने अथक परिश्रम,ईमानदारी,
सेवा व सहयोग से ऊंचे पद पर पहुंचकर गनेड़ी गांव का नाम पुरे राजस्थान में रोशन कर हमेशा हमेशा के लिए राजस्थान के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करा दिया।गांव के हजारों लोग इस सुनहरे और यादगार पल के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से साक्षी बने।गांव  का हर जनमानस और कण कणअपने आप में गर्व महसूस करने के साथ साथ  पुरा गांव अपने समग्र विकास हेतु आपकी और आशा भरी निगाहों से देख रहा था।

राजस्थान सरकार में 2003 से 2008तक केबिनेट मंत्री रहते हुए गांव के विकास के लिए कराए गए प्रमुख कार्य:-

1.अपने पैतृक गांव गनेड़ी में राज्यस्तरीय बॉलीबॉल टूर्नामेंट (14 आयु वर्ग) का आयोजन:-
जनाब युनूस खान के राष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध खिलाड़ी रहने व खेलों में विशेष रुचि और योग्यता के चलते सन 2003 में वसुंधरा राजे सिंधिया के नेतृत्व में गठित राजस्थान की भाजपा सरकार में आपको खेल विभाग का केबिनेट मंत्री बनाया गया।एक खिलाड़ी से खेल मंत्री के पद तक पहुंचकर पुरे भारत में गांव का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिख दिया।राजस्थान सरकार में खेल मंत्री रहते हुए सन 2004 में  अपनी जन्म स्थली गनेड़ी में राज्य स्तर के खेल टूर्नामेंट (वॉलीबॉल   
प्रतियोगिता)का आयोजन  कराकर और इस टूर्नामेंट का उद्घाटन राजस्थान कि तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मति वसुंधरा राजे सिंधिया जी के हाथों से करवाकर  हमेशा हमेशा के लिए राजस्थान के खेल इतिहास में गनेड़ी का नाम सुनहरे अक्षरों में अंकित करवा दिया।
2.राजस्थान सरकार में खेल मंत्री रहते जनाब युनूस खान की ग्राम भारती विद्यापीठ कोठ्यारी को सौगात:-
राजस्थान में 2003 में वसुंधरा राजे सिंधिया के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार में  खेल  एवं युवा मामलात एवम् परिवहन मंत्री बने हमारे गनेड़ी गांव के लाडले जनाब युनूस खान ने अपनी जन्म स्थली  गनेड़ी और नेछवा के बीच स्थापित ग्राम भारती विद्यापीठ कोठ्यारी को अपने अथक प्रयासों से इंटरनेशनल स्पोर्ट्स स्कूल बनाकर पुरे भारत में कोठ्यारी के साथ साथ गनेड़ी,नेछवा सहित पुरे सीकर जिले का नाम रोशन किया। मंत्री महोदय की हार्दिक इच्छा थी कि मैं आज जिस पद तक पहुंचा हूं और जो विभाग मुझे मिला है  उसका लाभ शेखावाटी सहित सभी राजस्थान के सभी जिलों के युवाओं को मिले और ग्रामीण क्षेत्र से खेल प्रतिभाओं को तलाश कर इस स्पोर्ट्स स्कूल के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार किए जा सकें। मंत्री महोदय ने अपनी जन्म भूमि गनेड़ी(सीकर) और कर्म भूमि डीडवाना(नागौर) की सीमा पर गनेड़ी और नेछवा के बीच स्थापित स्कूल ग्राम भारती विद्यापीठ कोठ्यारी जो मंत्री महोदय की शैक्षिक स्थली रही है जहां कक्षा 6 से कक्षा 12तक तक अपनी उच्च माध्यमिक स्तर की पढ़ाई पुरी की तो मंत्री महोदय के लिए भी यह गौरव का विषय था कि मै जिस स्कूल में अपनी उच्च माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्राप्त कर निकला और आगे चलकर मुझे राजस्थान सरकार में खेल मंत्री के रूप में केबिनेट मंत्री बनने का सौभाग्य मिला तो मै भी मेरी इस मिट्टी के लिए जिसने मुझे इतना काबिल बनाया उसके लिए कुछ फ़र्ज़ निभाऊं।इसी के चलते ग्राम भारती विद्यापीठ कोठ्यारी को अपने अथक प्रयासों से इंटरनेशनल स्पोर्ट्स स्कूल बनाकर अपनी मिट्टी के प्रति कर्तव्य को पुरा कर सम्पूर्ण राजस्थान में एक कीर्तिमान स्थापित किया गया।लेकिन बाद में इंटरनेशनल स्पोर्ट्स स्कूल राज्य की राजनीति की भेंट चढ़ गया।और मंत्री महोदय के अरमानों और राज्य के लाखों युवाओं के सपनों पर पानी फिर गया।लेकिन मंत्री महोदय की हार्दिक इच्छा और युवाओं के सपनों को साकार करने की ललक व अपनी जन्म और कर्म भूमि के प्रति कर्तव्य निर्वहन की भावना का हम सदैव सम्मान करते रहेंगे।
3.ग्रिड सब स्टेशन (G.S.S.) की स्थापना:-
गनेड़ी गांव के लाडले युनुस खान ने 2003में राजस्थान की भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनते ही सर्वप्रथम गांव की सबसे बड़ी बिजली की समस्या का अपने अथक प्रयासों से समाधान कर गांव को एक नायाब तोहफा दिया।जिस गनेड़ी गांव में 5 से 7 घंटे दिन और रात के रूटीन के हिसाब से विद्युत आपूर्ति की जाती थी। उस गनेड़ी गांव में 2004 में 33के.वी. के ग्रिड सब स्टेशन (G.S.S.)की स्थापना कर राजस्थान कि तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मति वसुंधरा राजे सिंधिया के कर कमलों द्वारा उद्धघाटन करवाकर गांव को हमेशा हमेशा के लिए अंधेरे से निकालकर उजाले में प्रवेश करा दिया। मंत्री महोदय के इस ऐतिहासिक कार्य के चलते आज गनेड़ी गांव में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति होती है।आज राजस्थान में कस्बों में 18घंटे,शहरों में 20घंटे और राजधानी जयपुर में भी 22घंटे विद्युत आपूर्ति होती है वहीं मंत्री महोदय ने अपने कुशल नेतृत्व और अपने प्रयासों से सरकार में रहते हुए अपने गांव गनेड़ी में विद्युत आपूर्ति की सीमा बढ़वा कर 24घंटे करवाई।मंत्री महोदय के इस ऐतिहासिक कार्य को वर्तमान पीढ़ी से लेकर आने वाली भावी पीढ़ी तक हमेशा हमेशा के लिए याद किया जाएगा।
4.रा.उ.प्राथमिक विद्यालय की क्रमोन्नति :-
देश की आजादी के बाद से  2004 तक गनेड़ी गांव में रा. उ.प्राथमिक स्तर का विद्यालय था जो क्रमोन्नति के लिहाज से एक लंबे समय से लंबित था क्योंकि गनेड़ी गांव से भी छोटे छोटे गांवों में माध्यमिक स्तर के विद्यालय थे लेकिन आबादी के लिहाज से गनेड़ी गांव आस पास के गांवों से काफी बड़ा गांव है लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में 2004तक यहां कोई खास विकास नहीं नहीं हुआ।लेकिन गांव में एक युनुस खान के रूप में ऐसे रत्न ने जन्म लिया जिसने लगभग आधी सदी से भी ज्यादा समय लगभग 60सालों से शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े गांव के रा. उ.प्रा.विद्यालय जहां स्वयं मंत्री महोदय ने भी अपनी प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त की उस विद्यालय को राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री बनते ही अपने अथक प्रयासों से 2004 में माध्यमिक स्तर में क्रमोन्नत करवाकर शिक्षा के क्षेत्र में गांव को एक अपूर्व सौगात दी जिससे समस्त गनेड़ीवासी पुलकित एवम् गौरवान्वित महसूस कर रहे थे और मंत्री महोदय के प्रति कृतज्ञता प्रकट कर रहे थे।
5.नए विद्यालय भवन का निर्माण:-
मंत्री महोदय युनुस खान के अथक प्रयासों के द्वारा अपने पैतृक गांव  गनेड़ी के रा.उ.प्रा.विद्यालय को  क्रमोन्नत करवाने के बाद सालासर बाई पास पर रा. उ.प्रा.विद्यालय के पुराने खेल मैदान पर नए स्कूल भवन का निर्माण करवाकर बहुत ही बड़ा ऐतिहासिक कार्य किया ।इस नए विद्यालय भवन का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री व तत्कालीन लोकसभा सदस्य श्री सुभाष महरिया द्वारा करवाकर 60 सालों से सपने देख रहे समस्त गांव वासियों के सपनों को पुरा किया। इस नए विद्यालय भवन में 10 नए हॉल बनवाकर कक्षा 6 से 10 तक का संचालन नए शिक्षा सत्र 2005 - 06 से शुरू करवा दिया।आज गांव का हर कोई अभिभावक, युवा और छात्र अपने सपनों को पुरा करने के लिए नए विद्यालय भवन को आशा भरी निगाहों से देखने के साथ ही मंत्री महोदय के प्रति कृतज्ञता प्रकट करना नहीं भूलते।
6.पानी की बड़ी टंकी का निर्माण:-
गांव की पुरानी पानी की टंकी जर्जर अवस्था में होने के कारण गांव में अस्त व्यस्त होती पेयजल की व्यवस्था को ठीक करने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार में मंत्री बनते ही युनुस खान ने ग्रिड सब स्टेशन(G.S.S.)के पास दो बड़ी पानी की टंकियां बनवाकर गांव में पेयजल की अति उत्तम व्यवस्था कर दी जिसके चलते आज गांव के प्रत्येक गली मोहल्ले में हर घर तक पेयजल की सुचारू सप्लाई हो रही है।
7.पशु चिकित्सालय भवन का निर्माण:-
गनेड़ी गांव आबादी के लिहाज से काफी बड़ा और कृषि प्रधान गांव है यहां के लोगों की आजीविका का मुख्य साधन कृषि और पशुपालन है।गनेड़ी सहित आस पास के गांवों में पशु चिकित्सालय नहीं होना एक बहुत बड़ी समस्या थी क्योंकि इसके चलते गांव के पशुपालकों को अपने पशुओं के बीमार होने पर इलाज के लिए अन्यतर ले जाना पड़ता था। ग्रामवासियों ने गांव की इस बड़ी समस्या की तरफ मंत्री महोदय युनुस खान का ध्यान आकर्षित करवाया।
ग्रामवासियों की मांग को सर आंखों पर रखते हुए प्राथमिकता के साथ सालासर बाई पास रोड़ पर ग्राम पंचायत भवन के पास पशु चिकित्सालय भवन का निर्माण करवा कर यहां पशु कम्पाउडर की नियुक्ति करावा दी।
गांव के गरीब किसान और पशुपालकों के लिए यह एक अपूर्व सौगात थी क्योंकि गांव के लोगों को अब अपने पशु बीमार होने पर गांव के पशु चिकित्सालय में ही इलाज की सुविधा उपलब्ध करवा दी ।मंत्री महोदय के इस कार्य से गांव के सभी किसान भाई  और पशुपालक हमेशा हमेशा के लिए बहुत बहुत आभारी रहेंगे।
8.गनेड़ी से डुंगरवास सड़क निर्माण:
डुंगरवास से गनेड़ी आने वाला रास्ता कच्चा रास्ता था और इस रास्ते से डुंगरवास, कलवा और रूहेला का बास का गनेड़ी से सीधा जुड़ाव था लेकिन रास्ता कच्चा होने के कारण राहगीरों को पैदल आने जाने में काफी दिक्कत होती थी तथा रेतीले रास्ते में आवागमन के साधनों का आना जाना मुश्किल होता था।साथ ही इन गांवों का गनेड़ी से जुड़ाव होने के कारण इन गांवों के लोगों का गनेड़ी प्रतिदिन आना जाना होता था। इन गांवों के लोगों की इस समस्या की तरफ बार बार अवगत कराने के बाद भी पूर्ववर्ती किसी भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया। 2003 में राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री बनते ही इन गांवों के लोगों का प्रतिनिधिमंडल मंत्री महोदय युनुस खान से मिला।युनुस खान साहब ने इन गांवों के प्रतिनिधिमंडल को केवल आश्वासन ही नहीं दिया बल्कि अपने अथक प्रयास और तुरंत प्रभाव से 2005 में गनेड़ी से कलवा होते हुए डुंगरवास तक 5 कि.मी. लम्बी सड़क का निर्माण करवा दिया।आज इन गांवों के लोगों को गनेड़ी आने जाने में आसानी के साथ ही आवागमन के साधनों का संचालन शुरू है जिसका फायदा गनेड़ी सहित डुंगरवास,कलवा व रूहेला का बास को हुआ है जिसके चलते इन गांवों का सीधा जुड़ाव गनेड़ी से हो गया है।
युनुस खान का तीसरा चुनाव:-
2003 से 2008तक राजस्थान की भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए अपनी जन्म भूमि गनेड़ी और कर्म भूमि डीडवाना सहित सम्पूर्ण राजस्थान में विकास के नए आयाम स्थापित किए।आपने हमेशा अपनी जन्म भूमि और कर्म भूमि के प्रति अपने कर्तव्य को ध्यान में रखते हुए बखूबी निभाया।पांच सालों में मंत्री रहते हुए आपने डीडवाना का चहुंमुखी विकास करवाकर डीडवाना को सम्पूर्ण राजस्थान में एक नई पहचान दिलाई।इसके बावजूद भी राजस्थान विधानसभा चुनाव 2008 में आपको पराजय का सामना करना पड़ा और एक बार आप फिर राजस्थान में पांच साल बाद सत्ता परिवर्तन के ट्रेंड के चलते कांग्रेस के कद्दावर नेता रूपाराम डूडी से चुनाव हार गए।इस बार आप चुनाव भले ही हारे हो लेकिन आपने डीडवाना कि जनता का दिल जीत लिया।आपने हार स्वीकार करते हुए फिर से जनता की सेवा में जुट गए और लगातार डीडवाना की हर जाति व समाज को साथ लेकर पांच साल तक हर दुख सुख में भागीदार बने रहे और अपने पास आए हुए किसी भी व्यक्ति को निराश नहीं लौटाया।चुनाव हारने के बाद भी आप अपनी कर्म भूमि डीडवाना व अपनी पार्टी भारतीय जनता पार्टी में लगातार सक्रिय रहे।
युनुस खान की पार्टी में सक्रियता के चलते पार्टी में मिली बड़ी जिम्मेदारी:-
अपने राजनीतिक जीवन का डिडवाना विधानसभा से तीसरा चुनाव हारने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी ने उनके कुशल नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए भारतीय जनता पार्टी का राजस्थान का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया। और आप एक बार फिर से पार्टी के विश्वास पर खरे उतरते हुए वसुंधरा राजे सिंधिया के साथ मिलकर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को मजबूत किया और 2013 के विधानसभा चुनावों में 162 सीटों के साथ वापिस राजस्थान में भाजपा की सरकार बनाई। युनुस खान का अपने राजनीतिक जीवन का चोथा चुनाव:-
पिछला 2008 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी पार्टी आलाकमान ने एक बार फिर से भाजपा के कद्दावर नेता युनुस खान पर पूर्णतः विश्वास जताकर  डीडवाना विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का टिकट थमाकर विधानसभा चुनावों में उतार दिया।मुकाबला वही पुराना कांग्रेस के रूपाराम डूडी और युनुस खान के बीच।लेकिन युनुस खान की 15 सालों से लगातार डीडवाना क्षेत्र के लोगों की की गई सेवा और विकास के चलते इस बार पिछली हार की भरपाई करते हुए काफी बड़े अंतर से 2013 का विधासभा का चुनाव जीत गए और एक बार फिर से आपने दूसरी बार  राजस्थान कि विधानसभा में विधायक पद को अलंकृत किया।ज्यो ही आप की जीत की खुशी की खबर डीडवाना और गनेड़ी में फैली वैसे ही हर कोई खुशियां मनाने लगा।और युनुस खान जिंदाबाद के नारे लगाने लगा।
राजस्थान में 2013  में वसुंधरा राजे सिंधिया के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार में दुबारा कैबिनेट मंत्री बने:-
राजस्थान के 2013 के विधानसभा चुनावों में डीडवाना विधानसभा क्षेत्र से दुबारा विधायक बनने के बाद फिर से आपको वसुंधरा राजे सिंधिया के नेतृत्व में बनी भाजपा  सरकार में आपको अपनी योग्यता और पार्टी नेतृत्व के शीर्ष आशीर्वाद से सरकार में नंबर दो की हैसियत से कैबिनेट मंत्री मंत्री बनाते हुए दो महत्वपूर्ण विभाग सार्वजनिक निर्माण विभाग (पी.डब्लयू.डी.)और परिवहन विभाग सौंपे गए।आपने अपनी योग्यता और चित परिचित अंदाज से पांच सालों तक दोनों विभागों की जिम्मेदारियों को बखूबी निभाकर सरकार और पार्टी नेतृत्व दोनों का दिल जीता लिया।इसी के साथ अपने कुशल नेतृत्व से  सम्पूर्ण राजस्थान में विकास पुरुष की छवि बनाते हुए विकास के नए नए आयाम स्थापित करते हुए राजस्थान में सड़कों का जाल बिछा दिया जिसकी राजस्थान सहित पुरे भारत में चर्चा होने लगी जिसके चलते भारत के सभी राज्यों की सार्वजनिक निर्माण मंत्रियों (पी.डब्लयू डी.मंत्रियों) की समिति का अध्यक्ष बनाया गया।2017 में 
उत्तरप्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने भी राजस्थान के सड़कों के विकास मॉडल को उत्तरप्रदेश में लागू करने के लिए गनेड़ी के लाडले और राजस्थान सरकार में तत्कालीन सार्वजनिक निर्माण विभाग के केबिनेट मंत्री जनाब युनूस खान को लखनऊ आमन्त्रित कर राजस्थान के सड़क मॉडल को उत्तरप्रदेश में लागू करने के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की और युनूस खान साहब की कार्यशैली से योगी आदित्यनाथ जी काफी प्रभावित हुए और प्रशंसा की जिसके चलते पुरे भारत में यूनुस खान साहब की एक विकास पुरुष और  एक अनुभवी मंत्री के रूप में पहचान बनी।युनूस खान के पी.डब्लयू. डी.मंत्री रहते तत्कालीन केंद्र सरकार के शहरी विकास व सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी जी के साथ बहुत ही मधुर और नजदीकी सम्बन्ध रहे जिसके चलते केंद्रीय सार्वजनिक निर्माण विभाग (सी.पी.डब्लयू.डी.) से सम्बन्धित कोई भी प्रोजेक्ट देने में  व केंद्र से मिलने वाले बजट में वो राजस्थान के लिए दिल खोलकर बैठे रहते थे।
इसका फायदा युनूस खान जी ने बखूबी उठाया और विकास की दृष्टि से राजस्थान को "राजस्थान मॉडल" के नाम से पहचान दिलवाई।
राजस्थान के प्रत्येक गांव, ढाणी,कस्बे और शहर हर जगह विकास के नए नए आयाम स्थापित कर राजस्थान के जन जन में विकास पुरुष के नाम से पहचाने जाने लगे।आज भी डीडवाना विधानसभा क्षेत्र की वो जनता अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रही है  जिन्होंने उनको विधायक बनाकर विधानसभा भेजकर  विधानसभा कि शोभा बढ़ाई।लेकिन जन जन के लाडले और विकास पुरुष युनूस खान ने भी अपनी विधानसभा क्षेत्र के जनमानस को और अपनी कर्मभूमि के प्रति अपने कर्तव्य को समझते हुए अपनी विधानसभा क्षेत्र के गांव गांव ढाणी ढाणी में विकास कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी।एक साधारण सा कस्बा स्वयं डीडवाना जो आजादी के बाद से कई मूलभूत सुविधाओं को तरस रहा था लेकिन डीडवाना कस्बे का और डीडवाना की जनता ऐसा भाग्य जगा जिसके चलते उनको छत्तीस कौम का हितेषी "विकास पुरुष" के रूप में युनूस खान जैसा जनप्रतिनिधि मिला जिन्होंने अपने दुसरे कार्यकाल में ही  एक साधारण से कस्बे को राजस्थान के चुनिंदा बड़े शहरों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया।अपने कार्यकाल में डीडवाना में हुए विकास कार्यों के चलते "डीडवाना मॉडल"पुरे राजस्थान में छा गया।

*युनुस खान द्वारा राजस्थान सरकार में दुसरी बार (2013 से 2018)तक केबिनेट मंत्री के रूप में सार्वजनिक निर्माण मंत्री व परिवहन मंत्री रहते अपनी जन्म भूमि (पैतृक गांव) गनेड़ी में करवाए गए विकास कार्य:-
जब गांव के लाडले युनुस खान को दुसरी बार राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में सार्वजनिक निर्माण व परिवहन मंत्री बनने का सौभाग्य मिला तो अपनी जन्म भूमि (पैतृक गांव) गनेड़ी कि मिट्टी के प्रति अपने फर्ज को समझते हुए  अपने अथक प्रयासों से गनेड़ी के विकास के लिए मंत्री बनते ही गांव के विकास का खाका तैयार किया और गांव को एक "मॉडल विलेज" बनाने के लिए विभिन्न विकास कार्यों के लिए राज्य सरकार से 35 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत करवा दिया।विकास की दृष्टि से इतना बड़ा बजट आज तक के राजस्थान के इतिहास में किसी भी गांव के लिए सबसे बड़ा बजट था।गांव के विकास के लिए इस बजट का सही उपयोग हो इसके लिए मंत्री महोदय ने अपने विभाग के आला अफसरों व प्रशासन के अधिकारियों को आदेश देते हुए अपने गांव गनेड़ी के विकास के प्रति अपनी हृदयंगम इच्छा को जाहिर कर दिया था।
मंत्री महोदय युनुस खान ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंता व सहायक अभियंता को अपने गांव के विकास रूपी मॉडल से अवगत कराते हुए साफ़ साफ दिशा निर्देश दे दिए थे कि गांव के विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी ।आप काम कीजिए सरकार से पैसा लाना मेरा काम है।
गनेड़ी के विकास कार्यों का जिम्मा मंत्री महोदय ने अपने विभाग(सार्वजनिक निर्माण विभाग) के सबसे विश्वस्त अभियंता श्री महेन्द्र सैनी को सौंपा।
महेंद्र जी सैनी ने गनेड़ी गांव में जन्मे और मंत्री जी के छोटे भाई अलादीन खान (वकील,राज. उच्च न्यायालय) के साथ मिलकर गांव के विकास के लिए और गांव को एक "मॉडल विलेज" बनाने के लिए एक रोड मैप तैयार किया।जिसमें गांव की हर छोटी मोटी समस्या से लेकर बड़े प्रोजेक्ट शामिल थे।इंजीनियर साहब महेंद्र जी सैनी व वकील साहब अलादीन खान ने अपने गांव को "मॉडल विलेज" बनाने का रोड मैप मंत्री महोदय युनुस खान के सामने रखकर उनका दिल जीत लिया और उनको धन्यवाद देते हुए मंत्री महोदय ने उस पर मुहर लगाने में जरा भी देरी नहीं की और तुरंत हर विभाग के अधिकारियों को अवगत कराते हुए शख्त आदेश दे दिए कि मेरी जन्म भूमि गनेड़ी के विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की कौताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।इसी के साथ 
गनेड़ी के विकास कार्यों के लिए एक मुश्त 35 करोड़ का बजट देकर मंत्री महोदय ने गनेड़ी को "मॉडल विलेज" बनाने व "गनेड़ी गांव के युवाओं के सपनों का गांव" बनाने के लिए पुरी ग्राम पंचायत गनेड़ी को अपने पौत्र जन्म की खुशी पर दावत देकर विकास कार्यों को हरी झंडी दिखा दी।
मंत्री महोदय युनुस खान ने गनेड़ी को "मॉडल विलेज" बनाने के लिए जितने भी विकास कार्य करवाए उनमें सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंता श्री महेन्द्र जी सैनी (झुंझुनूं) व मंत्री जी के छोटे भाई अलादीन खान (वकील,राज. उच्च न्यायालय)का भी बहुत बड़ा योगदान रहा जिन्होंने दिन रात मेहनत करके पुरे गांव का रोड मैप तैयार कर "गनेड़ी के युवाओं के सपनों का गांव" बनाने में अहम भूमिका निभाई व मंत्री जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मंत्री जी के सरकार में रहने के चलते व्यस्त शैडयूल के बावजूद गनेड़ी के विकास में कोई कमी नहीं रहने दी।
*2013 से 2018 तक राजस्थान सरकार में सार्वजनिक निर्माण व परिवहन मंत्री रहते करवाए गए विकास कार्य:-

1.गांव में बरसाती पानी निकासी का बड़ा नाला
(4 फिट चौड़ा) डलवाने का कार्य।
2.सीकर - नौखा राज्य राजमार्ग वाया गनेड़ी निर्माण कार्य।
3.तरनाऊ - मुकन्दगढ राज्य राजमार्ग वाया गनेड़ी   निर्माण कार्य।
4.डीडवाना- सालासर राज्य राजमार्ग  वाया गनेड़ी  निर्माण कार्य।
5.लोसल-रतनगढ राज्य राजमार्ग वाया गनेड़ी निर्माण कार्य।
6.गनेड़ी से गाड़ोदा वाया जेवली टू लेन सड़क निर्माण कार्य।
7.गनेड़ी से ढाणी रिड़मल सड़क निर्माण कार्य।
8.गनेड़ी से नोरंगसर सड़क वाया कलवा सड़क निर्माण कार्य।
9.गनेड़ी से मालियों की ढाणी सड़क निर्माण कार्य।
10.गनेड़ी गांव में सीकर -  सालासर बाई पास टू लेन सड़क निर्माण कार्य।
11.गनेड़ी गांव में सीकर नोखा बाईपास टू लेन सड़क निर्माण कार्य।
12.गनेड़ी गांव में सालासर - डीडवाना मार्ग पर सालासर बाईपास तिराहे से सीकर - नोखा तिराहे (डीडवाना रोड़) तक 3 कि.मी. लम्बी टू लेन  सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
13.सीकर - सालासर मार्ग पर गनेड़ी गांव में बस स्टैंड पर भारत प्रतिमा से लेकर ज्योतिबा फुले सर्किल तक 500 मीटर लम्बी डिवाइडर सहित टू लेन सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
14.भारत प्रतिमा से लेकर गिनोड़ियों की हवेली तक गौरव पथ निर्माण कार्य।
15.मुख्य बाजार से लेकर नागा छतरी होते हुए कब्रिस्तान तक सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
16.डीडवाना रोड़ पर काजियों के मोहल्ले से लेकर शमशान भूमि तक सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
17.रायधना तिराहा से लेकर मस्जिद तक व नोरंगसर रोड़ पर यासीन खां के घर तक नाले सहित सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
18.मुख्य बाजार के चौक में सी.सी.इंटरलॉक व नाले का निर्माण।
19.रा.उ. प्रा.विद्यालय के पुराने भवन से लेकर अम्बेडकर चौक तक नाली सहित सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
20.अम्बेडकर चौक से चन्द्रा राम जी कुमावत (कुमावत कॉलोनी) के घर तक नाली सहित सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
21.मोहन लाल जी वैद्य की दुकान से लेकर प्रभु दयाल जी सैनी के घर तक सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
22.सीताराम जी कुमावत की दुकान से लेकर शिवप्रसाद जी सैनी (सैनी कॉलोनी) के घर तक सी.सी.सड़क निर्माण कार्य। 
23.अशोक सर्किल से लेकर सालासर बाईपास तक सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
24.सालासर बाईपास रोड़ से लेकर रा.उ.मा.विद्यालय के मुख्य द्वार तक सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
25.गिनोड़ियों की हवेली से लेकर कायमखानी चौक तक सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
26.रघुकुल स्कूल के पुराने भवन से लेकर मुख्य बाजार तक सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
27. स्व.सांवलाराम जी सैनी के घर से लेकर रा.उ.प्रा.विद्यालय तक सी.सी.सड़क निर्माण कार्य।
28.ढाणी रिड़मल बस स्टैंड(सालासर रोड़)  से निवृति नाथ जी के आश्रम तक सड़क निर्माण कार्य।
29.डीडवाना रोड़ से (काजियों के मोहल्ले) में 
मख्खन जी मनियार के घर तक सी.सी. सड़क निर्माण कार्य।
30.यासीन खां के घर (कलवा रोड़) से लेकर रायधना तिराहा (डीडवाना रोड़) तक पानी निकासी का बड़ा नाला निर्माण कार्य।
31. ज्यानकीनाथ मंदिर (डीडवाना रोड़) से लेकर गणेश मंदिर तक व गणेश मंदिर से सालासर बाईपास रोड़ तक बरसाती पानी निकासी के लिए नाला निर्माण कार्य।
32.गांव के मुख्य बस स्टैंड पर अशोक स्तंभ का निर्माण कार्य।
33.गांव की मुख्य रोड़ (सीकर- सालासर रोड़) पर भारत प्रतिमा से ज्योतिबा फुले सर्किल तक मुख्य बस स्टैंड पर 8 फिट चौड़ा डिवाइडर का निर्माण कार्य। डिवाइडर के बीच में गांव की सुंदरता बढ़ाने के लिए पेड़ लगाने का कार्य।
34. डीडवाना रोड़ मुख्य बस स्टैंड से (अशोक स्तंभ से) रा.उ.प्रा.विद्यालय के पुराने भवन तक 4 फिट चौड़ा डिवाइडर निर्माण कार्य।
35.देश की रक्षा करने वाले गांव के भूतपूर्व सैनिकों,पूर्व सैनिकों व वर्तमान सैनिकों के सम्मान में डीडवाना रोड़ पर मौक्षधाम तिराहा पर गौरव चौक़ का निर्माण कार्य।
36गांव के मुख्य बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए विश्राम घर और प्रतीक्षालय का निर्माण कार्य।
37.मुख्य बाजार में 2 विश्राम घर निर्माण कार्य।
38.गांव के मुख्य बस स्टैंड पर शौचालय व स्नानघर का निर्माण कार्य।
39.रा.उ.मा.विद्यालय के सामने सीकर - सालासर बाईपास पर स्कूल का प्रवेश द्वार निर्माण कार्य।
40.गांव के मुख्य बस स्टैंड पर और मुख्य बाजार में दो 40 फिट ऊंची स्ट्रीट लाईट।
41.शमशान घाट में डिवाइडर सहित सी.सी.रोड़ निर्माण कार्य।
42.कब्रिस्तान में डिवाइडर सहित सी.सी.रोड़ निर्माण कार्य।
43.शमशान घाट व कब्रिस्तान के लिए ट्यूबवेल ।
44.बड़ी पानी की टंकी का निर्माण कार्य।
45.सीकर - सालासर गनेड़ी बाईपास रोड़ पर विश्राम घर का निर्माण कार्य।
46.सीकर - सालासर गनेड़ी बाईपास रोड़ पर शौचालय व स्नानघर का निर्माण कार्य।
47.सीकर - सालासर गनेड़ी बाईपास पर रोड़ पर ऊंची स्ट्रीट  लाईट कार्य।
48.सीकर - सालासर गनेड़ी बाईपास रोड़ पर फुले सर्किल तिराहा व भारत प्रतिमा तिराहा पर रोड़ डिवाइडर निर्माण कार्य।
49.सीकर- सालासर गनेड़ी बाईपास रोड़ पर ज्योतिबा फुले सर्किल पर भारत प्रतिमा का निर्माण कार्य।
50.अम्बेडकर चौक (वार्ड न.5)में सी.सी.इंटरलॉक कार्य।
51. गांव की मुख्य सड़कों (सीकर - सालासर रोड़,डीडवाना रोड़,लाडनूं रोड़) के किनारे फुटपाथ पर 8 से 10 फिट तक सी.सी.इंटरलॉक लगवाने का कार्य।
*यूनुस खान का अपने राजनीतिक जीवन का पांचवां विधानसभा चुनाव:-
2013 से 2018 तक राजस्थान की भाजपा सरकार में राज्य केबिनेट में दो विभागों (सार्वजनिक निर्माण विभाग व परिवहन विभाग) के केबिनेट मंत्री की हैसियत से राजस्थान सरकार में युनूस खान का कद इतना बड़ा था कि कई दूसरे मंत्री और विधायक उनसे चिढ़ते थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली हो या अमित शाह की सभा पूरे राजस्थान में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर अमित शाह की सभाओं का जिम्मा यूनुस खान ही संभालते थे।लेकिन 2018 के राजस्थान विधानसभा के  चुनाव नजदीक थे और और यूनुस खान और उनकी कार्यकर्ताओं की टीम चुनावों को लेकर पुरी तरह आश्वस्त थी और जल्द से जल्द डीडवाना विधानसभा क्षेत्र से टिकट की घोषणा का इंतजार हो ही रहा था लेकिन जैसे जैसे टिकट की घोषणा का इंतजार लंबा होने लगा तो पार्टी के कार्यकर्ताओं में और समर्थकों में नाराजगी और रोष बढ़ने लगा।लेकिन अनुभवी और कद्दावर नेता के रूप में अपने व्यक्तित्व का परिचय देते हुए यूनुस खान ने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से कहा कि उनका बीजेपी से रिश्ता तीन बार के राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत के उपराष्ट्रपति रहे परम आदरणीय स्व. भैरोसिंह जी शेखावत के जमाने से है और वसुंधरा राजे की सरपरस्ती में उन्होंने राजनीति सीखी है. चार बार उन्हें बीजेपी से टिकट मिला है. ऐसे में अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को समझाया की आप दुखी और निराश न हों आप सब पार्टी के फैसले का इंतजार और सम्मान करें. यूनुस खान के घर पर बड़ी संख्या में उनके समर्थक बैठे रहे और यूनुस खान चौबीसों घंटे दिन भर अपने आवास पर विधानसभा चुनावों की टिकट पर पार्टी के फैसले का इंतजार कर ही रहे थे कि अचानक वसुंधरा राजे सिंधिया सरकार के कद्दावर मंत्री और तत्कालीन भाजपा सरकार में अघोषित रूप से नम्बर दो ज़नाब यूनुस खान को भाजपा नेतृत्व  ने उनके परम्परागत विधानसभा क्षेत्र डीडवाना से टिकट देने के बजाय अंतिम समय में अल्पसंख्यक बाहुल्य टोंक विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट के सामने मैदान में उतार दिया तो इससे पार्टी और यूनुस खान के समर्थक और कार्यकर्ता काफी मायूस और नाराज हुए लेकिन ज़नाब यूनुस खान ने अपनी पार्टी के निर्णय को सर्वोपरि मानकर पार्टी के फैसले का स्वागत करते हुए फैसले को सर आंखों पर रखते हुए अपने कार्यकर्ताओं की टीम के साथ विधानसभा चुनावों में टोंक से चुनाव मैदान में उतर गए ।लेकिन इस बार नए विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने और राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के ट्रेंड के चलते विकास पुरुष की छवि के बावजूद वह चुनाव हार गए ।भले ही यूनुस खान साहब चुनाव हार गए हो  लेकिन उन्होंने टोंक से चुनाव लड़कर जनता का दिल जीत लिया और साथ ही पार्टी नेतृत्व के प्रति अपनी वफादारी साबित कर दी।
इस हार के बाद कार्यकर्ता काफी निराश और हताश थे लेकिन यूनुस खान साहब ने अपने कार्यकर्ताओं को धैर्य बंधाते हुए संघर्ष जारी रखने व हर वर्ग के आमजन के साथ हर परिस्थिति में जुड़े रहने की अपील की और आगामी पांच सालों में फिर से मेहनत कर जीत हासिल करने के लिए प्रेरित किया।इसी कारण आपने चुनाव में हार के बावजूद आमजन के दिलों को जरूर जीत लिया।इसी कारण आप राजस्थान की जनता और कार्यकर्ताओं व समर्थकों के दिलों में समाए हुए हो।क्योंकिउन्होंने डीडवाना विधानसभा क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य करवाए थे जिन विकास कार्यों कि "डीडवाना मॉडल" के नाम से पुरे राजस्थान में चर्चा होती थी उसके दम पर और विकास के मुद्दे पर वह चाहते तो भाजपा से बग़ावत करके निर्दलीय चुनाव भी लड़ सकते थे लेकिन उन्होंने यह साबित कर दिया कि हम जहाँ भी रहते हैं, पूरी ईमानदारी और वफादारी से अपनी जिम्मेदारी निभाने की कोशिश करते हैं और हमारे बुज़ुर्गों की दी हुई ईमानदारी, वफादारी और सच्चाई की नेअमत को बरकरार रखा।
यूनुस खान साहब चुनाव भले ही हार गए हो लेकिन आमजन के दिलों को उन्होंने जरूर जीत लिया इसी कारण आज आप राजस्थान की जनता,कार्यकर्ता और समर्थकों के दिलों में समाए हुए हो।यूनुस खान साहब आप इसी प्रकार आगे बढ़ते रहो और अपने गांव गनेड़ी का नाम रोशन करते रहो ताकि वर्तमान पीढ़ी के साथ साथ भावी पीढ़ी आप पर गौरव करते हुए गौरवान्वित हो सके।
कलम से टीकू राम मेव, गनेड़ी

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