जर्जर हालत में नेछवा का लाल तालाब,जीर्णोद्धार और मॉडल तालाब की आवश्यकता,नेछवा की शान का प्रतिक
बरसाती जल को सहेजने के लिये कस्बे में पक्का तालाब अनदेखी के कारण दुर्दशा का शिकार हो गया है।अब ये जर्जर हालत मे है। काफी समय से साफ सफाई नही होने से चारो और गंदगी का अम्बार लगा हुआ है। शाम होते-2 शराबियों की आश्रय स्थली बन जाता है। जगह-2 जगली धासे उगकर दीवारो को खोखला और जर्जर कर रही है।राजस्थान पत्रिका के द्वारा चलाये जाने वाले अमृत जलम् अभियान द्वारा समाजसेवियो और जनसेवको द्वारा समय समय पर तालाब की सफाई कर मिट्टी को भी निकाला जाता था लेकिन अब तो वह भी बन्द है। साथ ही तालाब का जिर्णोद्धार कर नया स्वरुप(मॉडल तालाब) प्रदान करने की घोषणा भी की गयी थी।
पुराने समय मे जल संरक्षण को ध्यान मे रखते हूये तालाब का निर्माण करवाया गया था,लेकिन समय बीतने के साथ ग्रामीणों और पंचायत इस और ध्यान देना बंद कर दिया। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि ये तालाब अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है। तालाब के चारो और बनाई चार दीवारी भी जगह जगह क्षतिग्रस्त हो गई।
ग्रामीणों के अनुसार इस तालाब का निर्माण पशु पक्षियों व मनुष्यों के पीने के लिये करवाया गया था।लेकिन अनदेखी के कारण खराब हो गया।नेछवा का यह तालाब गाँव की प्राचीन धरोहर है इसे संरक्षण और विकास की आवश्यकता है। इस तालाब ने अपने भविष्य की गर्त में कई इतिहास को संजोये रखा है यहा पर समय समय पर आयोजित खेल पतियोगिताये,जनसभा,रावण दहन,गणगौर मैला,गणपति विसर्जन और दुर्गा विर्सजन का साक्षी बना है।
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