कर्ज व माँ की बीमारी से परेशान होकर बेटे ने की जीवन लीला समाप्त
नेछवा। कस्बे में शीतला चौक
निवासी एक युवक ने रविवार रात को जहरीली वस्तु खा ली। शीतला चौक निवासी राजेश टेलर (32) उर्फ धोलू रविवार रात को खाना खाने के बाद छत पर चला गया। वहां देर रात को जहरीली वस्तु खा ली।जिसमे उसकी तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे नजदीकी कस्बे के उपजिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे जहां से उसे उपचार के लिये सीकर रैफर कर दिया गया। देर रात सीकर में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। सोमवार को मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया।
मां की बीमारी के लिए रहता था परेशान
राजेश के पिता ने उसके बचपन में ही उसकी मां (मंजू देवी) को छोड़ दूसरी शादी कर ली। उसके बाद से राजेश अपनी मां के साथ नेछवा अपने ननिहाल में रहने लगा।मूक-बधिर मां ने तंगहाली में पीहर वालों की मदद से बेटे को पाल पोष कर बड़ा किया। राजेश ने मेहनत कर कपड़ों की दुकान खोली। मां का सहारा बनता उससे पहले मां मंजू को गंभीर बीमारी लग गई। उसके इलाज के लिए जोधपुर एम्स में इलाज शुरू करवाया। शुरू में दुकान के पैसों से इलाज करवाता रहा। इलाज व देखरेख में खर्च के कारण राजेश का धंधा बंद हो गया और कर्ज बढ़ गया। जब भी इलाज के लिए जाना होता राजेश इधर-उधर से पैसे उधार लेकर इलाज करवाने लगा। सोमवार को मां को दिखाने जाना था। माना जा रहा है कि पैसों की चिंता में राजेश ने जहरीली वस्तु खा ली।
राजेश ने जहरीली वस्तु से पहले अपने व्हाट्सएप पर स्टेटस लगाया और लिखा कि भगवान मौत दे दे,पर मेरी जैसी जिंदगी किसी को न दे,जिसको जीने के लिए हर रोज तड़पना पड़े। राजेश की मौत पूरे नेछवा कस्बे को झकझोर गई। राजेश के पिता ने कभी राजेश व उसकी मां की कोई सुध नहीं ली।
राजेश की मां की तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद भी सरकार से भी कोई मदद नहीं मिली।कस्बे मे राजेश टेलर की मौत की आग की तरह फैल गई और सोशल मिडिया ट्रोल होने लगी और सरकारी तंत्र से मदद की गुहार की जाने लगी जिसमें मंजू देवी की भरण पोषण के लिये पैंशन,कैंसर के पीड़ित के लिए सरकारी सुविधाएं,पंचायत स्तर पर प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत भूमि या मकान की माँग की गई।नेछवा तहसीलदार रामचंद्र गुर्जर ने मृतक की माँ से मिले और वस्तुत स्थिती जानी और सरकारी स्तर पर यथा संभव सहायता प्रदान करने की बात की।
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