PCC की नई टीम की घोषणा जल्द,युवा चेहरों को मिलेगी जिम्मेदारी

PCC की नई टीम की घोषणा जल्द,युवा चेहरों को मिलेगी जिम्मेदारी


जयपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नई टीम पर काम शुरु हो चुका है. इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे के साथ विचार विमर्श हो चुका है। माना जा रहा है सचिन पायलट की तर्ज पर नहीं बनाई जाएगी जंबो टीम, नये,युवा और अनुभवी चेहरों को वरियता मिलेगी। बाड़ाबंदी के बाद उम्मीद है कि अगले एक महिने में डोटासरा की टीम सामने आ जाएगी।
कुछ विधायकों को भी संगठन में दायित्व सौंपे जायेंगे 
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की टीम आ चुकी है और अब इंतजार है गोविन्द सिंह डोटासरा की टीम का. गोविन्द सिंह डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर  कुर्सी तो संभाल ली लेकिन पहली प्राथमिकता के तहत जुट गये सरकार बचाने में.कहा जा रहा है उन्होंने कवायद शुरु कर दी है,जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने के साथ ही नये,युवा और अनुभवी चेहरों को वे टीम में शामिल करेंगे, लेकिन ये भी ध्यान रखेंगे कि टीम जंबो की बजाये मजबूत हो. सचिन पायलट के समय टीम का आकार बड़ा रहा,सचिवों की संख्या ही 50 से अधिक थी.हालांकि उनकी टीम जब बनी थी तब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी.गोविन्द सिंह डोटासरा की कोशिश रहेगी कि संतुलित टीम बने.माना ये भी जा रहा है कि कुछ विधायकों को भी संगठन में दायित्व सौंपे जायेंगे.  हालांकि अभी मशक्कत हो रही संगठन महासचिव को लेकर, महेश शर्मा का उत्तराधिकारी ढूंढा जा रहा।  
-----संगठन महासचिव के दावेदार------
पुखराज पाराशर-सी एम गहलोत के विश्वस्त माने जाते है पहले भी ये दायित्व संभाल चुके है,हालांकि इन्हें सरकार में नियुक्ति देने की भी चर्चाएं,लेकिन इस पद पर प्रमुख नाम इन्हीं का चल रहा. 
मुमताज मसीह-मसीह भी सी एम गहलोत के निष्ठावान, पचास सालों से संगठन का अनुभव, हालांकि इन्हें भी सियासी नियुक्ति देने की चर्चा।
गिरिराज गर्ग- लंबे समय से संगठन को दे रहे सेवाएं , संगठन का व्यापक अनुभव
सत्येन्द्र भारद्वाज- संगठनात्मक कौशल में निपुण,जोधपुर कांग्रेस के रह चुके प्रभारी।

संगठन महासचिव की जिम्मेदारी इस बार काफी अहम होगी
उसे सबसे पहले पंचायत और निकाय चुनावों की गणित से जूझना होगा.इतना ही नहीं डोटासरा का सारथी बनकर नई टीम को गति देने का कार्य करना होगा. कहा जा रहा है कि पीसीसी प्रदेश टीम के साथ ही जिलों में अध्यक्ष बनाने के कार्य को भी संपन्न किया जाएगा.सचिन पायलट के समय प्रभावी रहे संगठनात्मक पदाधिकारी और जिला और ब्लॉक अध्यक्षों की छुट्टी तय मानी जा रही अर्थ ये है कि इन्हें फिर से जिम्मेदारी नहीं मिलेगी.सर्दियों से पहले डोटासरा के नई टीम लाने की योजना है।

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